फैटी लीवर, जिसे मेडिकल भाषा में ‘Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD)’ कहा जाता है, आजकल एक बहुत ही सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। यह समस्या आम तौर पर खान-पान और जीवनशैली में बदलावों के कारण हो सकती है। अगर इसे समय रहते पहचाना न जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है और सिरे से जीवन को खतरे में डाल सकती है।
Fatty Liver क्या है?
एनएएलडी एक स्थिर और गंभीर समस्या है जिसमें शरीर में पेट से निकलने वाले फैट कोतेअ जमा हो जाता है। यह एक डिजीज नहीं है, लेकिन यह एक अवस्था का नाम है जो आमतौर पर अधिकांश व्यक्तियों को अराम से आने वाली भाइरल इन्फेक्शन के दौरान दिखाई देती है।
Fatty Liver कारण
यह समस्या अधिकतर अशुद्ध भोजन, तेलीय भोजन, मिथाईयाँ और कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर भोजन करने पर हो सकती है। वैसे तो ये सभी एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए हानिकारक हैं लेकिन हमें पता नहीं चलता है कि कब और कैसे हमें ये लिवर समस्याएँ हो जाएंगी।
कुछ कारण निम्नलिखित हैं:
- ज्यादा मिठाईयाँ खाना।
- बर्तन में पका हुआ खाना।
- ज्यादा तला हुआ और मसालेदार भोजन।
- नमकीन खाना।
- अल्कोहल की सुअद्रा मात्रा में सेवन करना।
- लखड़पन में बढ जाना।
Fatty Liver के लक्षण
एनएएलडी के लक्षण शामिल हैं:
1. पेट का बढ़ना
यह एक प्रमुख लक्षण है जिसे आमतौर पर देखा जाता है। एनएएलडी के कारण पेट में फैट जम जाता है जिससे पेट का विस्तार हो जाता है।
2. थकावट
लोगों में अचानक थकान की एक अच्छे संकेत हो सकता है कि उन्हें एनएएलडी की समस्या हो सकती है।
3. दर्द या तीव्र दर्द
दर्द या तीव्र दर्द भी इस समस्या का एक लक्षण हो सकता है। इस दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और जल्दी से चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
Fatty Liver उपचार
एनएएलडी का प्राथमिक उपचार अस्पताल में होता है। डॉक्टर की सलाह लेकर आप विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जा सकते हैं। एनएएलडी के इलाज में चिकित्सक आमतौर पर दवाइयों और जीवनशैली में परिवर्तन की सलाह देते हैं।
कुछ दवाएं, जो नीचे उल्लेखित की गई हैं, एनएएलडी के इलाज में काम आती हैं:
- अंटी-वायरल दवाएं
- पेट पिने की दवाएं
- लीवर वजन कम करने की दवाएं
- लीवर में नया साँचा पैदा करने की दवाएं
Fatty Liver को रोकने के उपाय
एनएएलडी को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाना चाहिए:
1. सेहतपूर्वक खान-पान:
नियमित रूप से सेहतपूर्वक भोजन करना चाहिए। फल, सब्जी, दालें, रोटियाँ, ड्राई फूड्स की जगह लेना चाहिए।
2. सेहतपूर्वक जीवनशैली:
नियमित व्यायाम, समय पर सोना, तंबाकू और शराब का त्याग करना, तनाव से दूर रहना, अधिक धूप और प्रदूषण में रहने से बचना चाहिए।
3. डिटॉक्स करें:
नियमित विशेषज्ञ ड‰ टॉक्स से जंजाल, पाचन सफोई का कई तरह से फायदा होता है।
Fatty Liver रोकने के माध्यम
एनएएलडी को रोकने के लिए निम्नलिखित माध्यमों को अपनाना चाहिए:
1. सेहतपूर्वक व्यायाम:
नियमित व्यायाम करना लीवर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
2. पानी की मात्रा:
रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना लीवर के लिए बहुत अच्छा है।
3. स्नान:
नियमित कुछ भीतर भाग में आने से लीवर के काम को बढ़ावा मिलता है।
Fatty Liver और सामान्य सवाल
1. Fatty Liver क्या है?
फैटी लीवर, जिसे मेडिकल भाषा में ‘Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD)’ कहा जाता है, एक स्थिर और गंभीर समस्या है जिसमें शरीर में पेट से निकलने वाले फैट कोटिप जमा हो जाता है।
2. Fatty Liver के क्या कारण हैं?
एनएएलडी की एक सामान्य कारण पर हमारे खान-पान और जीवनशैली में बदलावों में होते हैं।
3. Fatty Liver के लक्षण क्या हो सकते हैं?
एनएएलडी के लक्षण में पेट का बढ़ना, थकावट और दर्द या तीव्र दर्द शामिल हो सकते हैं।
4. Fatty Liver के उपचार क्या होते हैं?
एनएएलडी का प्राथमिक उपचार अस्पताल में हो सकता है। इसके अलावा चिकित्सक आमतौर पर दवाइयों और जीवनशैली में परिवर्तन की सलाह देते हैं।
5. Fatty Liver को रोकने के उपाय क्या हैं?
एनएएलडी को रोकने के लिए सेहतपूर्वक खान-पान और जीवनशैली, नियमित व्यायाम और डिटॉक्स करना चाहिए।
एनएएलडी एक गंभीर समस्या है और इसे उचित समय पर पहचान कर उसका सही इलाज करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उपरोक्त जानकारी से आप एनएएलडी के लक्षणों, कारणों, उपायों और उपचार के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको इस विषय पर किसी भी प्रकार का सुझाव चाहिए, तो कृपया अपने चिकित्सक से संपर्क करें।